ताजा समाचार

ईरान के हमलों के बीच Arvind Kejriwal की सरकार से अपील, ‘सभी भारतीयों को सुरक्षित लौटाने का करें प्रबंध’

Arvind Kejriwal: ईरान और इजराइल के बीच युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता का माहौल है। 1 अक्टूबर को ईरान ने इजराइल पर मिसाइलों से हमला किया, जिसके बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। इस संघर्ष का असर न केवल मध्य पूर्व पर पड़ रहा है, बल्कि इससे भारत भी चिंतित है, क्योंकि कई भारतीय नागरिक इन प्रभावित देशों में कार्यरत हैं।

भारत की चिंताएं

इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती हिंसा ने भारत की सुरक्षा और विदेश नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई भारतीय परिवार ऐसे हैं जिनके सदस्य ईरान और इजराइल में काम कर रहे हैं, और इन परिवारों के बीच चिंता का माहौल है।

इस तनाव के बीच, पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह उन भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए व्यवस्था करे जो इन देशों में फंसे हुए हैं और घर लौटना चाहते हैं।

ईरान के हमलों के बीच Arvind Kejriwal की सरकार से अपील, 'सभी भारतीयों को सुरक्षित लौटाने का करें प्रबंध'

Kejriwal की अपील

Arvind Kejriwal ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “ईरान और इजराइल के बीच युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई भारतीय परिवार चिंतित हैं क्योंकि उनके परिवार के सदस्य इन देशों में काम कर रहे हैं। मैं विनम्रतापूर्वक सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह जल्दी से उन सभी भारतीयों को वापस लाने की व्यवस्था करे जो वहां रह रहे हैं और वापस आना चाहते हैं। मैं आशा करता हूं कि इन देशों की स्थिति जल्द ही सुधरेगी और विश्व में शांति स्थापित होगी।”

ईरान का रुख

ईरान ने कहा है कि उसने हिज्बुल्ला के नेता और हमास के अधिकारी की हत्या का बदला लेने के लिए इजराइल पर कई मिसाइलें दागी हैं। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई एक प्रतिशोधात्मक कार्य है। इस पर इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि ईरानी मिसाइल हमले के बाद केवल कुछ ही लोग घायल हुए हैं।

तनाव का संभावित प्रभाव

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव का असर क्षेत्रीय सुरक्षा और भारत के लिए कई मोर्चों पर हो सकता है। यदि इस संघर्ष में और बढ़ोतरी होती है, तो यह भारत के उन नागरिकों के लिए भी खतरा बन सकता है जो वहां काम कर रहे हैं।

भारत सरकार को चाहिए कि वह इस स्थिति का ध्यान रखे और सभी आवश्यक कदम उठाए ताकि वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत अपने विदेश नीति में संतुलन बनाए रखे और दोनों देशों के साथ संवाद जारी रखे।

Back to top button